
हरिद्वार, 20 सितम्बर। हरिद्वार दौरे पर आए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के विशेषज्ञ सदस्य डॉ. अफरोज़ अहमद ने शनिवार को एचआरडीए सभागार में आयोजित जिला पर्यावरण प्रबंधन योजना समीक्षा बैठक में अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हरिद्वार धार्मिक नगरी है, यहां गंगा और सहायक नदियों के संरक्षण व संवर्धन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। कम्युनिटी रेडियो के माध्यम से धर्मगुरुओं व पर्यावरण विशेषज्ञों की सहभागिता की जाए। गंगा के धार्मिक एवं पर्यावरणीय महत्व पर व्यापक प्रचार-प्रसार। उन्होंने ठोस अपशिष्ट व प्लास्टिक उन्मूलन पर विशेष निगरानी बरतने और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट्स को सुचारु रूप से संचालित किया जाने के निर्देश दिए।bकिसी भी प्रकार का सॉलिड वेस्ट या केमिकल युक्त जल गंगा या अन्य नदियों में न जाने पाए और संवेदनशील स्थानों पर CCTV कैमरे लगाए जाएं। औद्योगिक इकाइयों एवं मिलों से निकलने वाला ठोस अपशिष्ट व रसायनिक जल सीधे नदियों में न जाने पाए, इसकी सख्त रोकथाम की जाए।