
प्रदर्शन के दौरान जिला महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अमन गर्ग व स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ अध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि धामी सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है। लगातार पेपर लीक की घटनाओं से युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा है और सरकार तमाशबीन बनी हुई है।
पूर्व विधायक रामयश सिंह और महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष संतोष चौहान ने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और पेपर लीक की घटनाओं ने युवाओं में आक्रोश भर दिया है।
वरिष्ठ नेता राजबीर सिंह और पूर्व प्रदेश महासचिव वरुण बालियान ने कहा कि इन प्रकरणों में भाजपा नेताओं की संलिप्तता उजागर है और पेपर माफियाओं को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। पूर्व सभासद अशोक शर्मा व वरिष्ठ नेता मनोज सैनी ने कहा कि अपराधियों में सरकार का खौफ खत्म हो गया है।
वरिष्ठ नेता अनिल भास्कर और पूर्व पार्षद राजीव भार्गव ने कहा कि सरकार की लचर कार्यप्रणाली से पेपर माफियाओं के हौसले बुलंद हैं और आने वाले विधानसभा चुनाव में युवा भाजपा को सबक सिखाएंगे।
महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंजू मिश्रा और शहर अध्यक्ष लता जोशी ने कहा कि भाजपा सरकार में महिलाएं असुरक्षित हैं और छात्रों का भविष्य संकट में है। पूर्व अध्यक्ष ओपी चौहान व वरिष्ठ नेता इरफान अंसारी ने आरोप लगाया कि सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए पेपर लीक मामले को धर्म का रूप देने की कोशिश कर रही है।
पार्षद विवेक भूषण विक्की व पार्षद प्रतिनिधि पुनीत कुमार ने कहा कि जो सरकार एक परीक्षा भी सुरक्षित ढंग से नहीं करा सकती, उसका सत्ता में बने रहना बेमानी है। एससी कांग्रेस जिलाध्यक्ष तीर्थ पाल रवि और महानगर एससी विभाग अध्यक्ष अमित चंचल ने कहा कि भाजपा शासन में दलित उत्पीड़न और महिला अपराध बढ़े हैं तथा पेपर लीक के मामले सबसे ज्यादा इसी सरकार में सामने आए।
इस अवसर पर मुख्य रूप से ब्लॉक अध्यक्ष विकास चंद्रा, यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष कैश खुराना, पूर्व पार्षद इसरार अहमद, यूथ कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष नितिन तेश्वर, कार्यकारी ब्लॉक अध्यक्ष नितिन यादव, उदयवीर सिंह चौहान, महिला कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष विमला पाण्डेय, अंजू द्विवेदी, महिला कांग्रेस प्रदेश महासचिव नलिनी दीक्षित, हिमांशु राजपूत, रवि बाबू शर्मा, महानगर कांग्रेस महासचिव तरूण व्यास, सीपी सिंह, पार्षद सोहित सेठी, सुनील कुमार सिंह, नमन अग्रवाल, कार्तिक शर्मा, दिव्यांश अग्रवाल, अनंत पाण्डेय, मुन्ना मास्टर, जावेद अंसारी, सुनील प्रजापति, दीपक पाण्डेय, मयंक त्यागी, यश शर्मा, मोहित अरोड़ा, आशु श्रीवास्तव, मंजू गोस्वामी, अज्जू खान, ऋषभ वशिष्ठ, तुषार कपिल, करन सिंह राणा, सुशील प्रजापति, संदीप जाटव, रविराज प्रजापति, मुकेश प्रजापति, केशव आदि कई कार्यकर्त्ता मौजूद थे।