
( रूपेश वालिया ) बहुत ही अप्रत्याशित, अद्भुत और अकल्पनीय है दृश्य जो आप देख रहे हैं। यूं ही नहीं कहते कि ” जाको राखे साइयां, मार सके ना कोई ” वैसे तो यह एक पुरानी कहावत है लेकिन इसे सच होते हुए देखा गया है। कुदरत का यही कानून है कि जब जिस पर मेहरबान होता है तो सबकुछ संभव है, ये बात हम यू हीं नहीं कह रहे हैं ये हमने महसूस किया है और देखा भी है।
अभी हम बता रहे हैं मनसा देवी की पहाड़ियों के नीचे अभी देर शाम कुछ लोग हर की पैड़ी की तरफ जा रहे थे और कुछ लोग आ रहे थे, अचानक मनसा देवी की पहाड़ी का कुछ हिस्सा भरभरा कर गिर गया। जिसकी चपेट में एक मोटरसाइकिल सवार और उसका साथी भी आ गया गनीमत यह रही कि किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई, बल्कि देखने लायक बात यह है कि जो लोग हर की पैड़ी की तरफ जा रहे थे उन्होंने मोटरसाइकिल से गिरते हुए लोगों को उठाया और उनके कुशल क्षेम पूछा। जब मनसा देवी की पहाड़ी से बोल्डर गिरे तो लोग बड़े सहम गए, लेकिन उन लोगों को किसी प्रकार की चोट नहीं आई जो लोग हर की पौड़ी से भीमगोड़ा की ओर जा रहे थे। पहाड़ी के अचानक भरभरा कर गिरने के बाद रेलवे ट्रैक अवश्य बाधित हुआ है लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई है