
जीआरपी हरिद्वार की बड़ी सफलता, कप्तान तृप्ति भट्ट के नेतृत्व में 24 घंटे में महाराष्ट्र व आसाम के तीन नटवरलाल दबोचे
हरिद्वार, 5 सितंबर। कप्तान तृप्ति भट्ट के कुशल व अनुशासित नेतृत्व में जीआरपी हरिद्वार पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। प्लेटफार्म पर नकली ऑनलाइन ट्रांजैक्शन मैसेज दिखाकर भोले-भाले लोगों से कैश ठगने वाले तीन शातिर ठगों (एक पुरुष व दो महिलाएं) को पुलिस ने मात्र 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
ऑनलाइन पेमेंट का झांसा देकर ठगते थे कैश
मुख्य आरोपी अरुण सोनी (नागपुर, महाराष्ट्र) महिलाओं को साथ रखकर लग्जरी अंदाज़ में एसी कोच से सफर करता था ताकि कोई शक न करे। बाहर से आए टूरिस्ट का बहाना बनाकर नकली ऑनलाइन पेमेंट मैसेज दिखाकर वह वेंडर और दुकानदारों को झांसा देता और कैश ले उड़ जाता।
घटनाक्रम
3 सितंबर को प्लेटफार्म पर वेंडर आलोक मिश्रा से 20,000 रुपये इसी तरीके से ठग लिए गए। आरोपी ने आधार कार्ड व मोबाइल पर फर्जी मैसेज दिखाकर भरोसा दिलाया और रकम लेकर रफूचक्कर हो गया।
लक्सर व रुड़की में भी वारदात
आरोपियों ने लक्सर में भी 2,500 रुपये की ठगी की थी, जिस पर वहां भी मुकदमा दर्ज है। पकड़े जाने के डर से वे अक्सर जगह बदलते रहते थे। पुलिस ने इन्हें रुड़की स्टेशन से अगले शिकार की तलाश करते समय दबोच लिया।
“बंटी-बबली” जैसी जोड़ी
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी अरुण की मुलाकात वर्षा (आसाम) से गोवा जाते समय हुई थी। दोस्ती जल्द ही गहरी हुई और फिर दोनों ने ठगी के धंधे में कदम रखा। वर्षा ने अपनी मौसी की बेटी भारती को भी साथ मिला लिया। तीनों लग्जरी लाइफ जीने के शौकीन थे और हमेशा ब्रांडेड कपड़े व महंगे सूटकेस रखते थे।
बरामदगी
₹22,500 नकद
घटना में प्रयुक्त मोबाइल
गिरफ्तार आरोपी
अरुण सोनी, पुत्र अनूप सोनी, निवासी नागपुर (बीकॉम प्रथम वर्ष)
भारती बोरा, निवासी जिला गोलाघाट, असम (12वीं पास)
वर्षा बोरा, निवासी जिला गोलाघाट, असम (12वीं पास)