
हरिद्वार। उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते भूस्खलन और जलस्तर बढ़ने जैसी दैवीय आपदाओं की स्थिति बनी हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के बाद समूचा प्रशासन अलर्ट मोड पर है। इसी कड़ी में बुधवार को हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह एवं नगर आयुक्त नंदन कुमार ने मंसा देवी पहाड़ी के उस संवेदनशील क्षेत्र का निरीक्षण किया, जहाँ मंगलवार शाम को भूस्खलन हुआ था और भारी मलबा रेलवे ट्रैक पर आ गिरा था।
यह क्षेत्र शिवालिक पर्वतमाला का हिस्सा है, जहाँ मानसून सीजन में अक्सर लैंडस्लाइड की घटनाएँ होती रहती हैं। अधिकारियों ने घटनास्थल का गहन निरीक्षण करते हुए भूस्खलन के कारणों, भू-संरचना और सुरक्षा उपायों पर आवश्यक जानकारी जुटाई। विशेषज्ञों की सहायता से भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए आवश्यक कदमों की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
इसी बीच, गंगा नदी का जलस्तर भी मंगलवार को खतरे के निशान को पार कर गया था। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अंशुल सिंह ने भीमगोडा बैराज का दौरा किया और सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता से जलस्तर और बैराज की स्थिति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।