
एस के सैनी आस्था हेल्प फाउंडेशन संस्था द्वारा श्री हनुमंत आस्था धाम शांतरशाह हरिद्वार में सात दिवस से रही श्रीमद् भागवत कथा का विश्राम हवन एवं विश्राम विशाल भंडारे के साथ हुआ
हरिद्वार। 13सितंबर को शुरू हुई कथा में कथा व्यास साध्वी नेहा किशोरी एवं कथा के मुख्य यजमान समाजसेवी अमित सैनी एवं डोली सैनी व पंडित डिमरी सहित कई पंडितों ने विधि विधान से पूजा अर्चना भागवत कथा का शुभारंभ किया है।
कथा व्यास साध्वी नेहा किशोरी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य की सभी इच्छाओं को पूरा करती है। यह कल्पवृक्ष के समान है। भागवत कथा ही साक्षात कृष्ण है और जो कृष्ण है, वही साक्षात भागवत है। भागवत कथा भक्ति का मार्ग प्रशस्त करती है। कथा व्यास ने पांडवों के जीवन में होने वाली श्रीकृष्ण की कृपा को बड़े ही सुंदर ढंग से दर्शाया एवं कहा कि परीक्षित कलियुग के प्रभाव के कारण ऋषि से श्रापित हो जाते हैं। उसी के पश्चाताप में वह शुकदेव जी के पास जाते हैं। भक्ति एक ऐसा उत्तम निवेश है, जो जीवन में परेशानियों का उत्तम समाधान देती है। साथ ही जीवन के बाद मोक्ष भी सुनिश्चित करती है।
कथा के मुख्य यजमान अमित सैनी ने कहा है कि हमें पितृ पक्ष में श्रीमद भागवत कथा करवाने का सौभाग्य प्रथम बार प्राप्त हुआ है एवं प्रभु से कामना करते है कि आगे भी यह सौभाग्य मिलता रहे एवं अमित सैनी के द्वारा कथा में आएं सभी श्रोतागण को एस के सैनी आस्था हेल्प फाउंडेशन श्री हनुमंत आस्था धाम द्वारा भागवत गीता पुस्तक भेट स्वरूप दी गई
कथा के मुख्य रूप से महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश महाराज, स्वामी मोहनानंद, समाजसेवी डॉ विशाल गर्ग, सुदेश सैनी, राजेंद्र सैनी, संस्था के मीडिया प्रभारी विश्वास सक्सेना, सोनू पाल, सुरेंद्र पाल, प्रसन्न त्यागी, पंकज पंत, प्रधान रवींद्र सैनी, राजकुमार सैनी, मुकेश रोड, जोगेंद्र पाल, संदीप रोड, शशि सैनी, आस्था सैनी, मनीषा सूरी, अर्चना सक्सेना , निखिल वर्मा, कुशल श्रीवास्तव, अथर्व सैनी, अंतरिक्ष सैनी, मनवर नेगी इत्यादि लोगों ने अपना सहयोग एवं उपस्थिति प्रदान की