
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनपद में अवैध खनन, भंडारण एवं परिवहन के विरुद्ध कड़े और रणनीतिक कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि सीमांकन कार्य समय पर पूरा किया जाए तथा जिला स्तरीय टास्क फोर्स नियमित रूप से प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करे।
जिलाधिकारी ने तहसील स्तर पर भी संयुक्त टीम गठित करने के निर्देश दिए, जिसमें पुलिस, राजस्व, खनन एवं वन विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। इसके साथ ही प्रत्येक माह तहसील स्तर पर बैठक आयोजित करने को भी कहा गया। उन्होंने पूर्व में गठित पुलिस टास्क फोर्स को और अधिक सक्रिय रखने पर बल दिया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि उप खनिज की निकासी केवल निर्धारित गेट्स से ही की जाएगी। अवैध खनन, परिवहन एवं भंडारण पर शुरुआत से ही सख्ती बरती जाए। लंबित मामलों के शीघ्र निस्तारण के लिए नोटिस जारी कर नियमानुसार कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। परिवहन विभाग को खनन क्षेत्रों में ओवरलोडिंग डंपर एवं ट्रॉली पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए।
बैठक में प्रभारी जिला खान अधिकारी ने अवगत कराया कि अवैध खनन पर प्रभावी रोक लगाने हेतु समय-समय पर छापेमारी की कार्यवाही की जा रही है।
बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की दीपक रामचंद सेठ, डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध, श्रीगंगा सभा महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, एचआरडीए सचिव मनीष सिंह, उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार, खनन अधिकारी मोहम्मद कासिम रज़ा, सीओ एस.पी. बलूनी, एआरटीओ नेहा झा, डीसीएम रोहित सैनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।